नई दिल्ली। अगर आप थाइलैंड की यात्रा करने को बेकरार हैं लेकिन इस बात को लेकर दुखी है कि आपके पास पासपोर्ट नहीं है और वीजा नहीं तो फिर इतनी जल्दी कैसे थाइलैंड घूमने जाएंगे। अब आपकी चिंता को दूर करने के लिए भारत और थाइलैंड के बीच बना हाइवे शुरू कर दिया गया है।
भारत और थाइलैंड के बीच बनने वाला यह हाइवे 3200 किमी है। नॉर्थ र्इस्ट से शुरू होकर यह हाइवे थाइलैंड के मास स्कॉट तक पहुंचता है। भारत से थाइलैंड तक का रास्ता वाया म्यामार होकर गुजरेगा।
वर्ष 2012 में भारत और थाइलैंड की सरकारों के बीच इस प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई थी। इस प्रोजेक्ट के लिए तीन देशों की सरकार ने अपनी मंजूरी दी थी।
तीन वर्ष के काम के बाद अंतत: यह हाइवे पूरा होने की ओर से अग्रसर है। लेकिन मेवादी, थिंग्गान नेयायूंग, कावाकारेक तक सफर करने वाले रास्ते को खोल दिया गया है।
खास बातें
इस हाइवे को भारत-म्यामांर-थाइलैंड ट्रिलैटरल हाइवे(आईएमटी) के रूप में जाना जाता है।
थाइलैंड के माय स्कॉट को जोड़ने वाला यह हाइवे म्यामार के यंगून से होकर गुजरेगा।
पीएम बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने इस प्रोजेक्ट को खासी तरजीह दी।
इस हाइवे के बाद न सिर्फ दोनों देशों के बीच टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा बल्कि व्यापार भी बढ़ेगा।
वर्ष 2016 तक इसके पूरा होने की उम्मीद है।
इस हाइवे के बाद भारत और म्यामांर के बीच बस सर्विस शुरू होने की भी उम्मीद है।
अगर यह सेवा शुरू हो गई तो यह इंफाल, मणिपुर और मंदालय के बीच सफर करेगी